कल अपने छोटे भाई रवि (कल वो नौ साल का हो गया) की किताबे देखते हुए अचानक मेरे दिमाग में एक कीडा कुलबुलाने लगा. उस कीडे ने कहा कि मुझे भी एक ड्राइंग बनानी चाहिए. और बना डाली ये रूठी हुई खोपडी, इसका ये नाम कैसे पड़ा.. जानना तो ज़रूर चाहेंगे आप ?
'मम्मी बोलो ये प्यारी है न ?' मैंने मम्मी से कहा था.
'प्यारी है.'
'मेरी तरह ?'
'अ... नहीं... रूठी हुई खोपडी कि तरह!' मम्मी ने मुस्कुरा कर कहा.
वैसे तो मै अपनी प्रैक्टिकल रेकॉर्ड्स में सैकडो जानवर बनाती रही हूँ ...( उनमे से कुछ आपको भी दिखा रही हूँ... मुझे एनिमल्स वैसे बहुत सोणे लगते है! ) लेकिन आजकल मेरे दिमाग का कीडा बहुत सक्रिय हो गया है पेंसिल स्केच बनाने के लिए बड़ा कुलबुला रहा है! जब तक मेरा पीएचडी में एडमिशन नहीं हो जाता ये कीडा वैसे भी मुझे खाली नहीं बैठने देगा. ज़रा देखकर बताइए तो क्या मै ड्राइंग बना सकती हूँ ?
"रूठी हुई खोपडी : the upset head"
चिलोन, एक कछुआ प्रजाति.
एक सेलामेनडर
अलाईटस, एक मेंडक
किंग कोबरा (शीट के ऊपर post graduate department लिखा था, post बाइन्डिंग में छिप गया है. M.Sc. final के दौरान बनाये थे ये diagrams .)
गिरगिट